कोरोना वायरस के घेरे में आकर बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर अब बन गई है अस्पताल के लिए सिरदर्द
उत्तर प्रदेश राज्य के लखनऊ शहर में जिन सिंगर कनिका कपूर की वजह से कोरोनावायरस के चलते हुए इसके संक्रमण के बढ़ने का खतरा सामने आ गया है।
और जिनकी वजह से ना कि पूरे शहर बल्कि पूरे राज्य में एक प्रकार का हड़कंप मच गया है वहीं पर कनिका कपूर अब जिस अस्पताल में इस परेशानी का इलाज करवा रही हैं वहीं अब उसी अस्पताल के लिए यह एक प्रकार की सबक बन चुकी हैं।
इस वायरस से संक्रमित पाए जाने पर बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर को सैटरडे को लखनऊ के संजय गांधी पीजीआई हॉस्पिटल में इनको एडमिट कराया गया था, लेकिन एक दिन के बाद ही स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि अस्पताल को एक प्रेस रिलीज जारी करके उनसे सहयोग की अपील की गई।
पीजी पीजीआई अस्पताल की ओर से जारी किया प्रेस रिलीज में कहा गया है कि बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर को इस अस्पताल में हरसंभव तथा जरूरतमंद सुविधाएं लगातार भी दी जा रही हैं, इसके बावजूद भी वह एक पेशेंट की तरह नहीं बल्कि एक हाई-फाई सुपरस्टार की तरह व्यवहार कर रही हैं।
पीजीआई के निदेशक अथवा प्रोफेसर आरके धीमान ने बीबीसी को बताया है कि हमने अस्पताल में उन्हें अच्छी तथा सभी जरूरतमंद सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं। उन्हें एयर कंडीशन रूम दिया गया है जिसमें अटैच टॉयलेट भी है साफ-सफाई का हर समय ध्यान भी रखा जा रहा है कमरे में टीवी भी लगवाया हुआ है। जोगी एक पेशेंट के लिए बिल्कुल नहीं दिया जाता।
उन्होंने यह भी कहा कि पहले उन्होंने कहा कि मैं घर का खाना खाऊंगी लेकिन यह इस प्रकार के इलाज में किसी भी प्रकार से बिल्कुल भी संभव नहीं था उनकी मांग पर हम यहां पर उन्हें ग्लूटेन फ्री फ़ूड भी दे रहे थे जो चिकन में अलग से तैयार किया जाता है।इसी के चलते हुए उनकी आगे भी इसी तरह देखभाल की जाएगी लेकिन उन्हें भी यह सोचना अथवा समझना चाहिए कि अस्पताल में वह एक सिर्फ मरीज हैं नाकि कोई सुपरस्टार।
दरअसल बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर ने एक न्यूज वेबसाइट से बातचीत में यह आरोप भी लगाया था कि पीजीआई में उन्हें एक अपराधी जैसा behave किया जा रहा है। कनिका जी का कहना था कि जिस कमरे में उनको रखा गया है उसमें बहुत सारी गंदगी और मच्छर भी आते हैं कनिका का यह आरोप था कि जब डाक्टरों से उसे साफ कराने के लिए कहा जाता था तब उनका जवाब होता था कि यह अस्पताल है कोई फाइव स्टार होटल नहीं है जो आप की मनमर्जी के मुताबिक चलेगा।
इस प्रकार के मामले में कनिका कपूर के परिवार बालों से भी बातचीत करने की कोशिश की गई थी लेकिन बातचीत असंभव रही वहीं कनिका के इस आरोप में सोशल मीडिया पर भी वायरल होने लगे यह माना जा रहा है कि इसी वजह से पीजीआई अस्पताल को एक स्पष्टीकरण नोट जारी करना पड़ा है पीजीआई ने 1 वर्ष डॉक्टर ने नाम ना छापने पर सर्च बताया कि कनिका को विशेष सुविधाएं देने के बावजूद भी वे बड़े लोग की तरह अस्पताल में पेश आ रही हैं उन्होंने यह भी कहा कि बड़े लोग भी अस्पतालों और डॉक्टरों पर अनावश्यक दबाव बना रहे हैं।